मेरी बेचैनीयों का
समाधान नहीं करती
मैं परेशान रहता हूं
वो जब परेशान नहीं करती
ज़ाहिर है, मेरे सुकून का
इंतज़ाम नहीं करती
बन जाए काम उसका फिर
कोई काम नहीं करती
ऐसा भी नहीं कि मेरा
एहतेराम नहीं करती
ज़हीन इतनी के वो
सरेआम नहीं करती
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Bht khub sir …